Category: आरती संग्रह

रामायण जी की आरती

आरती श्री रामायण जी की, किरती कलित ललित सिय पी की। गावत ब्रह्मादिक मुनि नारद, वाल्मीकि विज्ञान विशारद, सुक सनकादि शेष अरु शारद, बरनि पवनसुत किरति निकी। आरती श्री रामायण… गावत वेद पुराण अष्ट दस, छओं शास्त्र सब ग्रंथ को रस,...

गंगा जी की आरती

ऊँ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता, जो जन तुमको ध्याता,मनवांक्षित फल पाता। ऊँ जय गंगे… चन्द्र सी ज्योति तुम्हारी, जल निर्मल आता, शरण पड़े जो तेरी, सो जन तर जाता। ऊँ जय गंगे… पुत्र सगर के तारे, सब जग...

लक्ष्मी जी की आरती

ऊँ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता, तुमको निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता। ऊँ जय लक्ष्मी माता… उमा रमा ब्रह्माणी, तुम्ही हो जग माता, सूर्य चन्द्रमा ध्यावत नारद ॠषि गाता, ऊँ जय लक्ष्मी माता… दुर्गा रुप निरंजनि, सुख संपत्ति दाता।...

महाकाली जी की आरती

अंबे तु है जगदंबे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती। तेरे भक्त जनोपर माता भीर पड़ी है भारी, दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी। सौ सौ सिंहों...

दुर्गा जी की आरती

जय अंबे गौरी मैया जय श्यामा गौरी, तुमको निश दिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी। ऊँ जय अंबे गौरी… मांग सिन्दूर विराजत टीको मृग मद को, उज्ज्वल से दौ नैना चन्द्रवदन नीको। ऊँ जय अंबे गौरी… कनक समान कलेवर रक्तांबर राजे, रक्त...

श्री राम जन्म स्तुति

।।छंद।। भये प्रगट कृपाला दीनदयाला कौशल्या हितकारी, हरषित महतारी, मुनि मन हारी अद्भुत रूप विचारी। लोचन अभिरामा तनु घनश्यामा, निज आयुध भुजचारी, भूषण वनमाला नयन विशाला सोभा सिन्धु खरारी। कह दुइ कर जोरी अस्तुति तोरी केहि बिधि करूं अनंता, माया गुन...

श्री राम जी की स्तुति

।। छंद ।। श्रीराम चन्द्र कृपालु भजमन, हरण भवभय दारुणम्। नव कंजलोचन कंज मुखकर, कंज पद कंजारूणम्। कंदर्प अगनित अमित छवि नव, नील निरज सुन्दरम्। पट्पीत मानहुं तडित रुचि शुचि, नौमी जनक सुतावरम्। भजु दीनबंधु दिनेश दानव, दैत्य वंश निकंदनम्। रघुनंद...

श्री राम जी की आरती

आरती कीजै श्री रामचंद्रजी की, दुष्टदलन सीतापति जी की। पहली आरती पुष्पन की माला, काली नाग नाथ लाये गोपाला। दूसरी आरती देवकिनदंन, भक्त उबारन कंस निकन्दन। तीसरी आरती त्रिभुवन मोहे, रत्न सिंहासन सीता राम जी सोहे। चौथी आरती चहुँ युग पूजा,...

सांई बाबा की आरती

आरती श्री सांई गुरुवर की परमानन्द परम सुखवर की। जाकी कृपा विपुल सुखकारी, दु:ख शोक संकट भय हारी। आरती श्री सांई गुरुवर की परमानन्द परम सुखवर की… शिरडी में अवतार रचाया चमत्कार से जग हर्षाया, जितने भक्त शरण में आये सब...

सत्यनारायण जी की आरती

जय लक्ष्मीरमना स्वामी जय लक्ष्मीरमना, सत्य नरायन स्वामी जन पातक हरणा।स्वामी जय लक्ष्मीरमना… रत्न जड़ित सिंघासन अद्भुत छवि राजे, नारद करत निरंजन घंटा ध्वनि बाजै। ऊँ जय लक्ष्मीरमना… प्रगट भये कलि कारण द्विज को दरश दियो, बूढ़ों ब्राह्मण बनकर, कंचन महल...